लॉस एंजिल्स पर जंगल की आग का खतरा: 5 लोगों की मौत, 70 हजार घायल
कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी भीषण आग अब अमेरिका के हाईप्रोफाइल शहर लॉस एंजिल्स तक पहुंच गई है। यह आग इतनी भयानक है कि अब तक 1 हजार से ज्यादा घरों को जला चुकी है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे में 5 लोगों की मौत हो चुकी है और 70 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ने पर मजबूर हो गए हैं। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
आग का विकराल रूप
जंगल की आग इस बार सीमित क्षेत्र में रुकने के बजाय शहरों तक फैल गई है। तेज हवाओं ने आग को और भड़काने का काम किया है। लॉस एंजिल्स से आई तस्वीरें इस हादसे की भयावहता को बयां कर रही हैं, जहां बड़ी-बड़ी इमारतें राख में बदल गई हैं। पैसिफिक पैलिसेड्स क्षेत्र में 5 हजार एकड़ से अधिक इलाका जलकर खाक हो चुका है। यह इलाका कई फिल्मी सितारों और संगीतकारों के घरों के करीब है।
आग का कारण और बचाव अभियान
आग लगने की शुरुआत मंगलवार, 7 जनवरी को हुई थी, जो अब तक तेजी से फैल रही है। तेज हवाएं आग पर काबू पाने में सबसे बड़ी बाधा बन रही हैं। लॉस एंजिल्स काउंटी के फायर चीफ एंथनी मार्रोन ने बताया कि अब तक 1 हजार से ज्यादा इमारतें आग की चपेट में आ चुकी हैं। आग बुझाने के लिए 5 बड़े एयर टैंकर और 10 अग्निशमन हेलिकॉप्टर्स तैनात किए गए हैं।
व्हाइट हाउस और राजनीतिक प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आग बुझाने के प्रयासों की निगरानी के लिए कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम और लॉस एंजिल्स के मेयर के साथ संपर्क बनाए रखा है। उन्होंने कहा कि सभी आवश्यक संसाधन इस आपदा को नियंत्रित करने के लिए लगाए जा रहे हैं।
इस बीच, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना पर बाइडेन प्रशासन की आलोचना की। उन्होंने इसे अमेरिका के इतिहास की सबसे महंगी और विनाशकारी आग करार देते हुए कहा कि यह बाइडेन सरकार की अक्षमता और कुप्रबंधन का नतीजा है।
आग से हुए भारी नुकसान पर बीमा कंपनियों की क्षमता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। यह आपदा न केवल प्राकृतिक बल्कि राजनीतिक स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गई है।

